हमारे बिच नही रहे ऐसी महान विभूति स्वामी हरिदास जी महाराज को शत शत नमन ,अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि

धोरीमना - भारतीय संस्कृति में जिस संप्रदाय ने पर्यावरण प्रेम तथा वन्य जीव जंतुओं के संरक्षण के लिए अपने बलिदान को सर्वश्रेष्ठ माना है गुरु महाराज जांभोजी के अनुयायी चाहे वह गृहस्थ समाज हो या संत समाज सभी ने मिलकर समय-समय पर गुरु महाराज जांभोजी के बताइए नियमों का पालन करते हुए अपने प्राणों का त्याग किया है।।
इसी क्रम में एक महान तपस्वी जिन्होंने अपनी साधना के बल पर समाज का मार्गदर्शन किया है आज वह महान आत्मा इस सांसारिक जगत से अपना देह त्याग कर पंचतत्व में विलीन हो गए हैं।।
ऐसी महान विभूति  स्वामी हरिदास जी महाराज को शत शत नमन ,अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि

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